Best poetry collection in Hindi 2022 | Best poetries by Khwaab
Best poetry collection |
Bachchpan a poetry by Khwaab
बचपन की यारी, जिसमें कोई
चाहत नहीं, कोई मिलावट नहीं
ये रिश्ता उन कच्चे धागों से बनता
है जिसमें कोई ख़ास सजावट नहीं
निभाना चाहोगे वो रिश्ता, जिसमें
तेरे हिस्से का मैं रख लूँ और मेरे
हिस्से का तू रखना ! खाने की
प्लेट मैं सजाऊँ, पहला निवाला
बेशक तू चखना ! जब भी तुझे
आवाज़ लगाऊँ, खिड़की से हाँ
कहके ज़रूर ताकना ! कभी हम
रूठें एक दूसरे से, ओये बोलके
गले लगना ! मेरे कंधे पे तेरा हाथ हो
और तेरे कंधे पे मेरा, कुछ ऐसी
यारी रखना !
Kadam a motivational poem by Khwaab
कदम
रोके ना रुकें, थामें ना थमें
कुछ फासले दूर, रास्ता
अकेला और मैं
खामोश रातें, चारों और सन्नाटे
रुकी थमी सी हवाएं
मेरी कहानियां मुझे सुनाएँ
चलें, गिरें, उठें ये कदम
दौड़ें, भागें, उड़ें ये कदम
सुकूँ पाने की तलाश
में नयी राहें ढूंढें ये कदम
ऊंचाइयां देखे बाद में, पहुंचें पहले
ये कदम
क्यूँ बाँध रखे हैं तुमने, बेड़ियों
से कदम
उस जीत के भी परे, तुम्हारी मंज़िल
तलाशते ये कदम !
Best poetry collection 2022 |
Baarish a poetry by Khwaab
चलो बारिश में हम सब भीग जाएँ
कागज़ की सुंदर कश्तियाँ बनायें
बहते पानी में हम उनको बहाएं
चलो आज रोते चेहरों को फिर हँसाये
बारिश की बूँदें अभी - अभी ज़मीन पर
गिरी हैं, चलो मिट्टी से वो खुशबू ले आएं
टिप - टिप बूंदों की आवाज़ को अभिलेख
बनाकर सबको सुनाएँ
प्रकृति के उस नज़ारे को तस्वीर में उतार लाएं
चलो आज बारिश में हम सब भीग जाएँ
चलो बच्चपन की यादों को आज फिर सजाएँ
बारिशों के उन तालाबों में गोते लगाएं
कीचड़ में कमल के फूल से दोबारा खिल जाएँ
चलो आज बारिश के पानी में हम सब भीग जाएँ !
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